मन का सत्य
इस लेख में मन के सत्य को प्रकाशित किया गया है।
१) मन की आंखों से लक्ष्य को साफ़ साफ़ देख सकते हैं।
२) मन ही आपके व्यक्तित्व के अस्तित्व का धरोहर है।
३) मन ही कर्म का कारण और कारक है। मन ही कर्ता है।
४) मन निर्णय करता है।
५) मन ही मोक्ष का अधिकारी है।
६) मन से विचार उत्पन्न होता है। मन का विचार ही शब्द, समय, विषय-वस्तु या वस्तु के स्वरूप में साकार होता है।
७) मैं ही मन है।
टिप्पणियाँ