मनोज्योतिषम् का क्या अर्थ है?

उ. मनोज्योतिषम् एक संस्कृत शब्द है। मनोज्योतिषम् शब्द की उत्पत्ति मनो का अर्थ मनस्  शब्द (पाणनी  मनस् शब्द है स् का लोप होकर के मनो बन जाता है)। मनोविज्ञान में मनस् से मनो बनाता है। जिसमें विज्ञान मिलाकर मनोविज्ञान शब्द निर्मित होता है। 

मनो का मतलब मनोविज्ञान है। ज्योतिषम् का मतलब ज्योतिष शास्त्र है। प्रयोगात्मक एवं व्यवहारिक अध्धयन में  मनोज्योतिषम् तुला समान एकरूप से मनोविज्ञान और  ज्योतिष शास्त्र को साथ साथ एक साथ मानव जीवन के अधययन करने की कला को प्रदान करता है। 

मनो और ज्योतिषम् दोनों ही नपुंसक लिंग होने के नाते सरलता और सहजता से मनोज्योतिषम् शब्दों के साथ साथ संगम बनकर एक आधुनिक मानव जीवन के विकास के लिये  उत्पत्ति एवं प्रादुर्भाव संभव हो जाता है। 

मनोज्योतिषम् पूरी तरह से मनुष्य के जीवन काल में होने वाले परिवर्तन और  साथ साथ जीवन में घटने वाली घटनाओं और उन घटनाओं के व्यक्तिगत जीवन में प्रभाव के संबंध में परिलक्षित व्यवहार का चित्रण द्वारा जानना और समझना तथा  घटनाओं के पूर्वानुमान को प्रस्तुत करना है। 

मनोज्योतिषम् का जन जन की समस्याओं का समाधान ही मुख्य उद्देश्य है॥ भारतीय वैदिक  ज्योतिष और भारतीय वैदिक मनोविज्ञान का संमिश्रित विधि से निदान व्यक्तिगत परामर्श पद्धति द्वारा किया जाता है॥ यह एक सहज एवं सटीक विशिष्ट विज्ञान विश्लेषण प्रणाली पर आधारित है॥ इस ज्ञान से अवगत कराकर अपने और अपनो को लाभान्वित  करायें और व्यक्तिगत जीवन को सफलता प्रदान करायें॥ 

आपके आसपास आपसे आपने भविष्य के ओहापोह के संबंध में जिक्र  करता हो और कुछ सूझबूझ न रहा हो तब मनोज्योतिषम् के बारे में बताये और व्यक्तिगत समाधान में सहयोग प्रदान करें॥ 

मनोज्योतिषम् पूर्णतः शास्त्रीय मनोज्योतिषीय विज्ञान है। मनोविज्ञान और ज्योतिष शास्त्र का अटूट संगम  है। यह शास्त्रीय संगम विशिष्ट प्रक्रिया है। यह शास्त्रीय प्रक्रिया मनोविज्ञानिक अवधारणा या संकल्पना या संप्रत्यय (concept) को ज्योतिषीय उपकरण (जन्म कुंडली) पर लगाकर या 𝚊𝚙𝚙𝚕𝚢 करके साथ-साथ प्राप्त सांखिकीय एवं ज्योतिषमीती गणना, विश्लेषण और व्याख्या द्बारा अनमोल निष्कर्ष से प्राप्त निर्णय से अवगत करके समस्या का समाधान करके निदान प्रदान करना है। 

*मनो-ज्योतिषीय मार्गदर्शन निदानिका*

मनोज्योतिषम् एक मनो-ज्योतिषीय मार्गदर्शन निदानिका है। इस निदानिका की स्थापना 08/07/1992 को हुई थी। यह निदानिका विगत तीन दशकों से प्रयागराज (इलाहाबाद) एवम् सदूर देशवासियों को भी परामर्श प्रदान कर रहा है। किसी भी व्यक्तिगत जानकारी के लिये सम्पर्क करे।

मनोज्योतिर्विद को निम्नलिखित परामर्श-प्रक्रिया का पालन करना होता है:-

सर्वप्रथम मुख्य कार्य, कुंडली को बनाना, मनोज्योतिषम् विधि द्बारा जांचना और भविष्यवाणी करना है। इस प्रक्रिया में जातक को आनलाईन टेलीफोन अथवा व्यक्तिगत परामर्श- कार्योलय में मिलकर परामर्श प्राप्त कर सकते हैं :-

1. वर्तमान में उत्पन्न अतिविशिष्ट प्रश्न की जानकारी प्रदान करना है। 

2. मनोज्योतिषीय स्थितियों और वर्तमान में उत्पन्न समस्या के विश्लेषण को ध्यान में रखते हुए यथा योग्य जातक के पारंपरिक विधियों (ईष्ट-दर्शन, पूजापाठ, रत्न, धातु,यंत्र, मंत्र या तंत्र) के द्बारा उपाय का सुझाव प्रदान किया जाता है। 

3. मनोज्योतिषीय स्थितियों का विश्लेषण, भविष्यवाणी एवं सुझाव प्रदान करते हुए समस्या के निदान से समाधान से पूर्ण-संतुष्टि प्राप्त करना है। 

4. कृपया फोन कर व्यक्तिगत परामर्श का समय सुनिश्चित करें। साथ साथ मिलने के पहले जातक का जन्म का तारीख, दिन, समय, स्थान की जानकारी साथ में लायें। 

5. मनोज्योतिर्विद व्यक्तिगत-परामर्श की सूचना की पूर्ण-गोपनीयता को बनाये रखने की शपथ लेता है। 

6. पारिश्रमिक भिन्न भिन्न समस्या के समाधान हेतु भिन्न भिन्न है। 

7. मन का विज्ञान और हृदयंगम विज्ञान को सीखने, जानने और समझने का अवसर भी मिलेगा। 


*मनोज्योतिषम् के तीन काम । मन, हृदय और जीवन ज्ञान ॥*

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